Amazing Sovereign Solution for Discharge Disease



Amazing Sovereign Solution for Discharge Disease
Friends, Discharge is a Smooth Lace which arose Sexual Parts. This Lace protects the sexual organ from the harms of Speed of Sperms, but it don’t contain any part of Sperm.

What is Discharge Disease?
It is a situation when sperm comes out with urine. 

Main Cause of Discharge Problem : 
Today sexuality is Spreading rapidly and everyone watch porn Movies. There are lots of People who make Sexual Relation even in their Dreams. This makes sexual organ active for long time and cause making of Discharge lace continuously. 

This Lace smoothes the way of sperm. But if anyone prevent ejection then this lace start flowing and collect on the mouth of sexual organ and comes out with urine. 

If this Problem goes continuously then it makes you discharge patient, but don’t worry today we are telling you about some home remedies to cure this Problem. 

Amazing Solution for Discharge Diseases : 
·         Ginger : Boil some Ginger pieces in 1 Glass of Water till it remain half, then strain it and Drink Regularly. 

·         Banana : Mix 1 tsp of Sugar candy in 2 Banana to Remove Discharge and Leucorrhea too. 

·         Alum : Tax ½ tsp of Alum with Water thrice a Day, with that wash you private parts with Alum Water. 

·         Fenugreek : Tie 4tsp of Fenugreek in a white cloth and put in your ovary at night. Remove it in next day. With that you should add Fenugreek in your diet too. 

Other Remedies : 
·         Amla : Prepare a powder with dry Amla and consume its 3g with Lukewarm water. 

·         Rose : Take 5g of Dry Rose petal powder twice a Day with Milk.  

Causes of Discharge Disease : 
-    Disturb Mind 

-    Weak Mental Strength 

-    Sexual Thoughts 

-    Deficiency of Vitamins 

-    Lack of Meat and Muscles in Body and 

-    Weak Nerves 

Symptoms of Discharge Problem :
-    Pressure During Urine

-    Weak Body 

-    Respiratory Problem 

-    Thin Sperm

-    Pain in Calf and 

-    Dizziness 

Way to Check Discharge Problem at Home : 
Collect your Urine in a Bottle and keep it for 3 Hour if you lace type structure at bottom then you have Discharge problem, with that never force during urine.  CLICK HERE TO KNOW Amazing Remedies for Long and Attractive Hair ...
Amazing Sovereign Solution for Discharge Disease
Amazing Sovereign Solution for Discharge Disease

Hindi Version : 

लड़कियों की धातु पड़ने का गज़ब रामबाण घरेलू उपचार 
दोस्तों, लड़कियों में रज का अधिक मात्रा में और असमय गिरना ही धातु रोग कहलाता है लेकिन ये रज या धात है क्या? दरअसल रज एक चिकनी सफ़ेद गीली लेस होती है जो जननेन्द्रियों में अधिक उत्तेजना के होने कारण बनती है. ये चिकनी लेस शारीरिक संबंध बनाते वक़्त गुप्तांगों को बचाती है और संबंध बनाए की प्रक्रिया को आसान बनाती है. साथ ही रज महिलाओं के गर्भाशय को मजबूत बनाती है और अण्डों के निर्माण में भी सहायक होती है.

ये तो थी धात की बात, अब बात करते है धातु रोग की.
लड़कियों में रज का एक समय होता है किन्तु धातु रोग उस स्थिति को माना जाता है जब ये लेस असमय ही बनने लगती है और मूत्र के साथ ही निकलने लगती है. मतलब कि जब मूत्र के दौरान मूत्र में चिकनापन व चिपचिपाहट आने लग जाए तो समझ जाए कि आपको धातु रोग की शिकायत है.

लेकिन धातु रोग होता क्यों है?
दोस्तों, आज के समय में अश्लीलता और अनैतिक सोच इस कद्र बढ़ चुकी है कि युवक हो या युवती हर समय अश्लील फिल्मे देखते या उनके बारे में पढ़ते रहते है कुछ तो ऐसे भी होते है जो अपने ख्यालों में ही शारीरिक संबंध बना लेते है. इस स्थिति में काम भावना धीरे धीरे बढती रहती है और यौन अंग उत्तेजित होते रहते है. ऐसे में यौन अंगों में पानी के रंग जैसी एक पतली सी लेस बनने लगती है. ये लेस ही धात होती है.

अब इस लेस का काम तो यौन अंगों के उत्तेजित होने पर उन्हें चिकना करना होता है किन्तु क्योकि व्यक्ति सिर्फ ख़्वाबों में ही संबंध बना रहा है तो वो वासना के चरम पर नही पहुँच पाता जिसके कारण ये लेस अधिक समय तक अंदर ही बनी रहती है. साथ ही साथ लेस भी अधिक देर तक बहनी शुरू हो जाती है. धीरे धीरे ये सारी लेस यौन अंग के बाहर जमा हो जाती है और मूत्र के साथ बाहर निकलती है.

ऐसा लगातार होते रहने से लेस थोड़ी सी उत्तेजना पर ही बहनी आरंभ हो जाती है और मूत्र मार्ग पर जमा हो जाती है और बार बार इसी तरह मूत्र के साथ बाहर आती है और धातु रोग का कारण बनती है. धातु रोग होने पर व्यक्ति लगातार कमजोर होने लगता है और उसकी प्रतिरोधक क्षमता भी घटने लगती है जिसके शरीर पर अनेक दुष्प्रभाव देखने को मिलते है. लेकिन चिंता ना करे क्योकि कुछ ऐसे घरेलू उपाय है जो इस समस्या से आपको छुटकारा दिला सकते है. तो आइये उन घरेलू उपायों के बारे में जानते है.

धात रोग से निजात पाने के गजब के घरेलू उपाय :
·         अदरक : आप कुछ अदरक के टुकडें लें और उसको 1 ग्लास पानी के साथ उबालें. जब पानी आधा रह जाए तो आप इसे छान लें और पी जाएँ. इस पानी का नियमित सेवन जल्द ही आपको इस समस्या से निजात दिलाता है.

·         केला : आप दो केले लें और उसमें 1 चम्मच पीसी हुई मिलाकर रोजाना खाएं. ये उपाय धात रोग और प्रदर रोग दोनों के लिए उत्तम माना जाता है.  

·         फिटकरी : धात रोग की समस्या से निजात पाने के लिए आप दिन में 3 बार ½ चम्मच पीसी हुई फिटकरी की पानी से फांकी मारे. इसके अलावा आप सुबह शाम फिटकरी के पानी से योनी को साफ़ भी करें.

·         मेथीदाना : एक सफ़ेद कपडा लें और उसमें 4 चम्मच मेथी दाना डालें और पोटली बना लें. अब इस पोटली के मुख पर एक लंबा धागा बाँध लें. इस पोटली को रात को सोने से पहले अपनी योनि में रखें. ध्यान रहे कि आपको पोटली इस तरह रखनी है कि धागा बाहर की तरफ हो ताकि आप उसे सुबह बाहर निकाल सको. इसके अलावा आप अपने आहार में मेथी पाक और मेथी के लडडू को भी शामिल कर लें.

अन्य उपाय :
·         आंवला : आप आंवले को सुखा लें और उसको पीसकर चूर्ण तैयार करें. इस चूर्ण की 3 ग्राम की मात्रा को रोजाना सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ लें.

·         गुलाब : आप कुछ गुलाब के फुल लें और उन्हें धुप में सुखा लें. अब इन सूखे हुए फूलों को पीसकर एक पाउडर तैयार करें और इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में रोजाना सुबह शाम दूध के साथ लें.

धात रोग के कारण :     
-    मन की अशान्ति

-    दिमागी कमजोरी

-    अधिक कामुक विचार

-    शरीर में विटामिन की कमी

-    शरीर में मांस व मांस की कमी और

-    नसों की कमी

धातु रोग के लक्षण :
-    मूत्र त्याग के दौरान दबाव महसूस करना

-    शरीर में कमजोरी व कम्पन

-    श्वास रोग व खांसी

-    वीर्य का पतला होना

-    पिंडलियों में दर्द और

-    चक्कर आना इत्यादि

धात रोग घर पर जांचने का तरिका :
आप एक शीशी में अपना मूत्र इक्कठा कर लें और उसको 3 घंटों तक बिना हिलाए डुलाये रख दें अगर शीशी के तल में कोई पदार्थ बैठ जाता है तो समझ लें कि आपको शुक्रमेह यानि के धातु रोग है.

इसके अलावा ध्यान रहे कि कभी भी पेशाब करते वक़्त जोर ना लगाए, इससे विर्याश्य पर जोर पड़ता है. तो शौच के दौरान जितना शौच आये उतना ही करे चाहे आपको दिन में कितनी भी बार मूत्र त्याग के लिए जाना पड़े.


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